*अटल इरादा अम्बर सा पर, उनका दिल तो बच्चा था।*
👉पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और सुभद्रा कुमारी चौहान को दी गयी शब्दांजलि
राष्ट्रीय चेतना की प्रखर कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय में अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन *शब्दांजलि* का आयोजन किया गया। दुनियाभर के कवि कवयित्रियों ने दोनों महान विभूतियों को अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रद्धांजलि सुमन अर्पित किया। पंकज प्रियम ने
*सत्ता के गलियारों में, कद उनका सबसे अच्छा था।*
*कवि हृदय का मन कोमल, निच्छल निर्मल सच्चा था।*
*कभी किसी से बैर न की, सबकी आँख के तारे वो-*
*अटल इरादा अम्बर सा पर, उनका दिल तो बच्चा था।* के जरिये अटल जी का पूरा व्यक्तित्व रख दिया।
देर रात तक चले कार्यक्रम में ऋतुराज वर्षा, गीता चौबे गूँज, डॉ रजनी शर्मा चंदा, प्रियदर्शिनी पुष्पा, रश्मि सिंह, खुशबू बरनवाल सीपी, रेणुबाला धार सहित सभी रचनाकारों ने दोनों विभूतियों पर अपनी कविता प्रस्तुत की। अर्चना जैन के खूबसूरत संचालन में गीत, ग़ज़ल और कविता की सुरमई धारा बहती रही जिसमें दुनियाभर के श्रोता गोते लगाते रहे। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कवि पंकज प्रियम ने बताया कि साहित्य कला और संस्कृति की निस्वार्थ सेवा में साहित्योदय आज पूरे विश्व मे अग्रणी बन चुका है । अगले माह 8 से 16 सितंबर तक पंचम स्थापना दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसमे बाद आयोजन अयोध्या में जन रामायण महोत्सव का विशाल कार्यक्रम होना तय है। साहित्योदय पिछले कई वर्षों से साहित्य कला और संस्कृति की सेवा में कृतसंकल्प है। साहित्योदय प्रकाशन के तहत काव्यसागर, कोरोना काल, शब्द मुसाफ़िर, रुदाली, अखण्ड काव्यार्चन, जन रामायण सहित कई पुस्तकों का प्रकाशन विमोचन किया जा चुका है। गत वर्ष 5-6 दिसम्बर को अखण्ड काव्यार्चन कर विश्व कीर्तिमान भी बना चुका है।