साहित्योदय
अंतरराष्ट्रीय साहित्य-कला संस्कृति न्यास (पंजी)
*कार्य एवं उद्देश्य*
● साहित्य-कला और संस्कृति का उत्थान, पत्र-पत्रिका और पुस्तकों का प्रकाशन-प्रसारण
● नव सृजन, नवलेखन को प्रोत्साहन, नवांकुर,नवोदित रचनाकारों को मंच
● ग्रामीण इलाकों की साहित्य-कला प्रतिभा को तलाश कर उन्हें स्थापित करने की मुहिम
● आर्थिक और सामाजिक रुप से पिछड़े, कमज़ोर रचनाकार और कला प्रतिभाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण, उनकी पुस्तकों का प्रकाशन और मंच प्रदान करना
● आर्थिक-सामाजिक कारणों से गुमनाम रचनाकारों को साहित्य के पटल पर स्थापित करना
● हिंदी एवं क्षेत्रीय भाषा-बोलियों के उत्थान हेतु कवि सम्मेलन, गोष्ठी, कार्यशाला, प्रशिक्षण और प्रकाशन
● महिला, अनुसचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, दलित और आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों को साहित्य और कला का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना
● साहित्य और कला प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभा की पहचान कर उन्हें मानद उपाधि, अलंकार और सम्मान देना
● विलुप्त हो रही कला-साहित्य और संस्कृति का संरक्षण और संवर्द्धन करना
● ग़रीब और असहाय लोगों की मदद हेतु चैरिटी शो जैसे आयोजन
● हिंदी साहित्य और क्षेत्रीय जनजातीय भाषाओं के विकास हेतु प्रशिक्षण केंद्र का संचालन