- *साहित्योदय में कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन*
राँची, 19 अगस्त
अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय में ऑनलाइन कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर प्रख्यात लोक गायिका और टीवी कलाकार विजया भारती ने ‘केहू लुटावे अनधन सोनवा केहू लुटावे हरि प्रेम’, ललना जमुना जी गईली उमड़ाय’ , ‘कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार’ ‘मन लागा मन लागा’ सहित कई भाषाओं में सोहर और लोकगीत गाकर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने साहित्योदय की सराहना करते हुए मंच के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि साहित्योदय अपने घर जैसा लगता है। मुम्बई से तनु भार्गव के सञ्चालन में करीब 2 घण्टे तक चले कार्यक्रम में मुम्बई से माया मेहता, राँची से बिंदु प्रसाद, चारू मित्रा, पुष्पा पाण्डेय, डॉ आकांक्षा चौधरी, रंजना वर्मा, धनबाद से डॉ सुदेश चुघ, बोकारो से गीता कुमारी, जबलपुर से दुर्गा नागले, पुणे से रेखा पाण्डेय सहित कई रचनाकारों ने कृष्ण पर मनमोहक प्रस्तुति दी। संस्थापक अध्यक्ष कवि पंकज प्रियम ने
“नाम अनेक पुराण कथा सब, कृष्ण नचावत सृष्टि ये सारी।
कृष्ण हजार हृदय में विराजत, कृष्ण समाहित राधा प्यारी।।” सहित कई मनमोहक रचना पढ़ी। उन्होंने कहा कि साहित्योदय हमेशा ही भारतीय संस्कृति और संस्कारों को आगे बढ़ाने में लगा है। नवोदित रचनाकार और कलाकारों को लब्धप्रतिष्ठ हस्तियों के साथ वैश्विक मंच प्रदान कर रहा है। अबतक 5 हजार से अधिक लोगों को मंच प्रदान कर चुका है। एकल प्रस्तुति, साहित्य संग्राम जैसे नियमित कार्यक्रमों के अलावे हरेक पर्व त्यौहारों पर विशेष आयोजन किया जाता है। साहित्योदय की सौ से अधिक देशों में 15 लाख से अधिक लोग जुड़े हुए हैं। साहित्योदय अपने प्रकाशन में कई पुस्तकों का प्रकाशन कर रहा है।